नाराजगी, डर, नफरत या फिर प्यार, कुछ तो जरुर है जो तुम मुझ से दूर दूर रहते हो।
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Narajgi, Dar, Nafrat Ya Phir Pyar, Kuchh To Jarur Hai Jo Tum Mujh Se Door Door Rahte Ho.
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तू इतना प्यार कर जितना तू सह सके, बिछड़ना भी पड़े तो ज़िंदा रह सके।
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Tu Itna Pyar Kar Jitna Tu Sah Sake, Bichhadna Bhi Pade To Zinda Rah Sake.
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चाहा था मुक्कमल हो मेरे गम की कहानी, मैं लिख ना सका कुछ भी तेरे नाम से आगे।
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Chaha Tha Mukammal Ho Mere Gam Ki Kahani, Main Likh Na Saka Kuchh Bhi Tere Naam Se Aage.
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तुम तो डर गये हमारी एक ही कसम से, हमे तो तुम्हारी कसम देकर हजारो ने लूटा है।
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Tum To Dar Gaye Hamari Ek Hi Kasam Se, Hame To Tumhari Kasam Dekar Hajaro Ne Loota Hai.
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मेरी कोशिश कभी कामयाब ना हो सकी, पहले तुझे पाने की फिर तुझे भुलाने की।
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Meri Koshish Kabhi Kamyaab Na Ho Saki, Pahle Tujhe Pane Ki Phir Tujhe Bhulane Ki.
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